दतिया। जिले में राष्ट्रीय पल्स पोलियों अभियान के तहत 8 दिसम्बर से 10 दिसम्बर 2024 तक 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों को पल्स पोलियों की दवा पिलाई जावेगी। इसी को लेकर स्वास्थ्य सुपरवाईजरों को अपने-अपने क्षेत्रों में ग्रामीण स्तर पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर उच्च जोखिम क्षेत्रों की पहचान का भौतिक सत्यापन करना है। इसी को लेकर जिला मलेरिया अधिकारी कार्यालय दतिया के सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।इस अवसर पर डॉ. डी.के. सोनी जिला टीकाकरण अधिकारी, डॉ. जयंत यादव मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी विकासखण्ड दतिया, डॉ. उज्जैनियां, देव सिंह जाटव, कीर्ति चौहान बी.सी.एम., सुपरवाईजर, आशा कार्यकर्ता, आशा सहायिका मौजूद रहीं।
कार्यशाला का संबोधित करते हुए डॉ. सोनी ने कहा कि 8-10 दिसम्बर, 2024 को जिले भर में पल्स पोलियों की खुराक पिलाई जानी है। इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखा जाना है कि जिले में ऐसा कोई भी स्थान न हो जहां रहने वाला बच्चा पोलियों की खुराक लेने से चूक जाए। इसके लिए सभी सुपरवाईजर उपलब्ध जानकारी के आधार पर उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों का भौतिक सत्यापन ग्राम की ए. एन. एम. के साथ करेंगे।
इस मौके पर आशा कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया गया है कि ग्राम मंे भ्रमण के दौरान घरों की दीवारों पर पल्स पोलिया अभियान के तहत जागरूकता संबंधित नारे लिखें, जिससे कि लोगों को पल्स पोलियों कार्यक्रम की जानकारी मिल सके।