आज दिनांक 25 मई 2025 को डॉ हेमंत जैन क्लिनिक पर निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ इसमें 85 मरीजों ने निशुल्क परामर्श , निशुल्क फाइब्रोस्कैन का लाभ उठाया | डॉ हेमंत जैन ने बताया क़ि फैटी लिवर कई बिमारियों का कारण है और समय पर इसका पता लगाकर , इसका उपचार करके स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है |
फैटी लिवर क्या है?
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अत्यधिक वसा जमा हो जाती है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। यह स्थिति दो प्रकार की होती है:
1. एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (एएफएलडी): यह स्थिति अत्यधिक शराब के सेवन के कारण होती है।
2. नॉन-एल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (एनएएफएलडी): यह स्थिति शराब के सेवन से संबंधित नहीं है और अक्सर मोटापा, मधुमेह, और उच्च रक्तचाप जैसी स्थितियों से जुड़ी होती है।
लक्षण
फैटी लिवर के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे विकसित होते हैं और शुरुआत में दिखाई नहीं देते हैं। कुछ सामान्य लक्षण हैं:
– थकान और कमजोरी
– पेट में दर्द या सूजन
– वजन कम होना
– त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (जौंडिस)
– मानसिक समस्याएं जैसे कि भ्रम और चिड़चिड़ापन
बचाव के उपाय
फैटी लिवर से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
1. स्वस्थ आहार: एक संतुलित आहार लें जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और लीन प्रोटीन शामिल हों।
2. नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करें जैसे कि चलना, दौड़ना, तैरना, या योग।
3. वजन प्रबंधन: यदि आप अधिक वजन वाले हैं तो वजन कम करने का प्रयास करें।
4. शराब का सेवन कम करें: यदि आप शराब पीते हैं तो इसका सेवन कम करें या बंद करें।
5. मधुमेह और उच्च रक्तचाप का प्रबंधन: यदि आपको मधुमेह या उच्च रक्तचाप है तो इसका प्रबंधन करने के लिए अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
6. नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं ताकि लिवर की समस्याओं का पता लगाया जा सके और समय पर इलाज किया जा सके।
इन उपायों को अपनाकर आप फैटी लिवर से बचाव कर सकते हैं और अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं।
स्वास्थ्य शिविर में युवा समाज सेवी कौशल पाठक , अनिल शाक्य , मयंक पुरोहित , सोनू कुशवाहा , नरेंद्र कुशवाहा का सहयोग रहा |