दतिया, 14 मई।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) दतिया के तत्वावधान में एक विशिष्ट शैक्षणिक सत्र “डर्मा-पेडिया 2025” का आयोजन किया गया, जिसमें बाल्यावस्था में पाए जाने वाले त्वचा विकारों पर केन्द्रित व्याख्यान हुआ। यह कार्यक्रम विशेष रूप से शहर के त्वचा रोग विशेषज्ञों एवं बाल रोग विशेषज्ञों के लिए आयोजित किया गया, जिसमें दोनों शाखाओं के सभी प्रमुख विशेषज्ञों ने सहभागिता की।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे डॉ. दिनेश गोविल, एम.डी. डर्मेटोलॉजी, झाँसी के वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ, जिन्हें बाल त्वचा रोगों में विशेष दक्षता प्राप्त है। डॉ. गोविल पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में क्लीनिकल डर्मेटोलॉजी, पेडियाट्रिक स्किन डिसऑर्डर्स और रिफ्रेक्टरी स्किन कंडीशंस के लिए ख्यात हैं। उन्होंने अपने विस्तृत अनुभव पर आधारित रोचक एवं दुर्लभ रोगों के केस प्रस्तुत किए। उनका व्याख्यान वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नैदानिक गहराई और अद्यतन उपचार विधियों से परिपूर्ण रहा। उपस्थित चिकित्सकों ने उनके व्याख्यान को अत्यंत ज्ञानवर्धक और व्यवहार में सहायक बताया।
इस शैक्षणिक सत्र में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के बाल रोग विभाग के विशेषज्ञ छात्रों ने भी सहभागिता की, जिन्होंने इस अवसर को अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया।
कार्यक्रम में मंच संचालन आईएमए दतिया के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत हरित ने की तथा उन्होंने स्वागत भाषण में बताया कि बच्चों में त्वचा रोगों को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जबकि ये रोग प्रारंभिक अवस्था में ही पहचाने जाएं तो जटिलताओं से बचा जा सकता है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रदीप उपाध्याय एवं डॉ. डी.के. गुप्ता रहे। दोनों विशेषज्ञों ने बाल त्वचा रोगों के प्रति चिकित्सकों की संवेदनशीलता और अद्यतन ज्ञान की आवश्यकता को रेखांकित किया और IMA दतिया की इस पहल की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के चेयरपर्सन डॉ. राजेश गुप्ता रहे, जिन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि त्वचा रोग विशेषज्ञों और बाल रोग विशेषज्ञों के बीच इस प्रकार का संवाद और समन्वय बच्चों के समग्र उपचार की दिशा में एक सशक्त कदम है।
कार्यक्रम के अंत में आईएमए सचिव डॉ. के.पी. बरैठिया ने सभी आगंतुकों, अतिथियों एवं वक्ता का आभार व्यक्त किया और आश्वस्त किया कि IMA दतिया भविष्य में भी ऐसे उपयोगी एवं विशिष्ट विषयों पर केंद्रित कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा।