हैदराबाद
भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2024 का आयोजन असम के गुवाहाटी में किया जाएगा। सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) के निदेशक डॉ. श्रीनिवास रेड्डी ने यह जानकारी दी। उन्होंने मंगलवार को यहां आईआईएसएफ के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम के साथ-साथ 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर अपने स्वागत भाषण में कहा कि कर्टेन रेज़र कार्यक्रम ने 30 नवंबर से 03 दिसंबर तक आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम के लिए मंच तैयार किया है।
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव वैज्ञानिक और गैर-वैज्ञानिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को विज्ञान के साथ गहराई से जुड़ने और इसे सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए एक साथ लाता है।
उन्होंने कहा कि 2016 से, आयुर्वेद को हमारी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के एक अभिन्न अंग के रूप में बढ़ावा देने के लिए यह दिन पूरे देश में मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम ‘वैश्विक स्वास्थ्य एवं नवाचार के लिए आयुर्वेद’ है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को वैश्विक मान्यता चाहिए तो उसे आयुर्वेद पद्धतियों की क्षमता को मान्य करने के लिए साक्ष्य आधारित डेटा प्राप्त करने की दिशा में काम करना चाहिए।
डॉ. श्रीनिवास ने कहा कि यह विज्ञान को आकर्षक रूप से लोगों के सामने लाने की एक कोशिश है। उन्होंने स्वस्थ जीवन जीने के लिए हमारे पूर्वजों की समग्र जीवन शैली को अपनाने पर भी बल दिया।
सीएसआईआर- सेलुलर एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीएसआईआर-सीसीएमबी) के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. मंदरा देशमुख ने आईआईएसएफ के संदर्भ में अपने संबोधन में आईआईएसएफ के आयोजन में शामिल विभिन्न संगठनों के बारे में बातचीत की, जबकि वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सैबल दास ने आईआईएसएफ और इस वर्ष के विषयगत आयोजनों का परिचय दिया।
सीएसआईआर-आईआईसीटी में आयुर्वेद दिवस 2024 समारोह छात्रों के बीच आयुर्वेद को बढ़ावा देने और वैश्विक स्वास्थ्य एवं नवाचार के लिए इसे आधुनिक प्रथाओं के साथ एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित करने की दिशा में एक कदम है।