अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारयो के बीच दिवाली से पहले राम मंदिर समेत इन धार्मिक स्थलों को मिली बम से उड़ाने की धमकी

नई दिल्ली
दिवाली के नजदीक आते ही आतंकियों द्वारा हमलों की धमकियों ने देशभर की सुरक्षा एजेंसियों को सचेत कर दिया है। खासकर अयोध्या का राम मंदिर, उज्जैन का महाकाल मंदिर, और तिरुपति का इस्कॉन मंदिर आतंकियों के निशाने पर हैं। पुलिस को ईमेल और चिट्ठियों के माध्यम से इन मंदिरों पर हमले की चेतावनी मिली है, जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है।

अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियाँ
अयोध्या में दो दिन बाद दीपोत्सव मनाया जाएगा, जहां भगवान रामलला पहली बार अपने घर पर दिवाली मनाएंगे। लाखों भक्त इस मौके का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। इस आयोजन के लिए सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिसमें श्रद्धालुओं की कई स्तरों पर जांच की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी सुरक्षा की निगरानी की जा रही है।

संदिग्ध गिरफ्तारी और विस्फोटक बरामदगी
इस बीच, अयोध्या पुलिस ने रफीक नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसके पास भारी मात्रा में विस्फोटक मिला है। यह विस्फोटक आमतौर पर पटाखे बनाने में उपयोग होता है। पुलिस ने अयोध्या की सुरक्षा को और बढ़ाते हुए विभिन्न सुरक्षा बलों को तैनात किया है।

महाकाल मंदिर की सुरक्षा बढ़ाई गई
उज्जैन के महाकाल मंदिर को आतंकवादी हमले की धमकी मिली है। एक चिट्ठी में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि महाकाल मंदिर को 30 अक्टूबर और 2 नवंबर को बम से उड़ाने की चेतावनी दी गई है। इस धमकी के बाद, महाकाल मंदिर की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। मंदिर के आसपास सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है, और सभी श्रद्धालुओं की जांच की जा रही है ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके। सुरक्षा एजेंसियां चिट्ठी के स्रोत का पता लगाने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए सक्रिय हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है, और हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं ताकि महाकाल मंदिर में आने वाले भक्त सुरक्षित रहें।

तिरुपति में लगातार धमकियाँ
तिरुपति में इस्कॉन मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ईमेल भेजने वाले ने ISIS के आतंकवादियों का नाम लिया है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है। तिरुपति पुलिस ने धमकी मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए मंदिर की तलाशी ली। हालांकि, तलाशी के दौरान कोई संदिग्ध सामान बरामद नहीं हुआ, जिससे भक्तों की सुरक्षा पर थोड़ी राहत मिली। इसके बावजूद, सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की टीमें मंदिर के चारों ओर गश्त कर रही हैं, ताकि किसी भी खतरे का सामना किया जा सके और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

सुरक्षा के लिए पुलिस की सक्रियता
पिछले कुछ दिनों में तिरुपति के होटलों और एयरपोर्ट को भी धमकी भरे ईमेल मिले हैं। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन जांच में कोई संदिग्ध सामग्री नहीं मिली। यात्रियों और भक्तों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सभी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं।

खतरे को गंभीरता से लिया जा रहा है
इन धमकियों के चलते सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हैं। हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे का सामना किया जा सके। धमकी भरे ईमेल और चिट्ठियों के भेजने वालों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। सुरक्षा बलों ने इन संदेशों के स्रोत की पहचान के लिए जांच तेज कर दी है। सुरक्षा को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। सभी प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है।

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