कोलकाता
पश्चिम बंगाल के कुल्तुली में 10 साल की बच्ची के साथ रेप और मर्डर के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इस मामले को पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज किया जाना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि दोषियों को 3 महीने में मौत की सजा मिले. वही, मामले को लेकर पीड़िता के परिवार की मांग के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है. साथ ही इसको लेकर लोगों में गुस्सा है और राजनीति भी अपने चरम पर है. आज रविवार (06 अक्टूबर) को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. कुल्तुली पुलिस थाने के बाहर हुए इस विरोध प्रदर्शन में पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई क्योंकि कार्यकर्ताओं ने पुलिस बेरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “नौ साल की बच्ची को बचाया नहीं जा सका? बच्ची को बचाने के लिए दो नागरिक स्वयंसेवकों को तैनात नहीं किया जा सका! नाबालिग का शव शनिवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण परगना जिले के कुल्तुली गांव में एक नहर में मिला.
बच्ची के रिश्तेदार ने देखे खून के धब्बे
10 की बच्ची के एक रिश्तेदार ने बताया कि बच्ची के पूरे शरीर पर खून के धब्बे थे. एएनआई से बात करते हुए रिश्तेदार ने कहा कि उसने अस्पताल में बच्ची का शव देखा था. उसने दावा किया कि शुक्रवार शाम को ट्यूशन से वापस आते समय बच्ची लापता हो गई थी. रिश्तेदार ने बताया, ”लड़की के शरीर पर कई चोटें हैं. उसके पूरे शरीर पर खून के धब्बे थे. हाथ टूटे हुए थे. वह ट्यूशन से वापस आते समय लापता हो गई थी.” शनिवार सुबह स्थानीय लोगों ने जयनगर इलाके में दलदली जमीन से लड़की का शव बरामद किया.
‘पुलिस ने की मामले की अनदेखी’
रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि जब लड़की के पिता पुलिस स्टेशन गए थे तब पुलिस ने मामले की अनदेखी की. उन्होंने कहा, “उसके पिता ने उसे हर जगह खोजने की कोशिश की, लेकिन जब वह उसे नहीं ढूंढ़ पाया तो वह पुलिस स्टेशन गया, लेकिन पुलिस ने उसकी बात सुनने से इनकार कर दिया और उसे जयनगर पुलिस स्टेशन जाने के लिए कहा. पुलिस ने मामले की अनदेखी की.”