महारास्ट्र
महाविकास अघाड़ी में अब तक सीट शेयरिंग तय नहीं है, लेकिन अटकलें हैं कि कांग्रेस की नजरें राज्य के मुख्यमंत्री पद पर हैं। हालांकि, पार्टी ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। इससे पहले कई नेता इसके संकेत भी दे चुके हैं। साथ ही इस बात की संभावनाएं कम जताई जा रही हैं कि कांग्रेस आलाकमान 100 से कम सीटों पर माने। खास बात है कि साल 2019 में पार्टी डिप्टी सीएम के पद के लिए भी गठबंधन के साथियों को तैयार नहीं कर सकी थी।
क्या लोकसभा से बुलंद हुआ हौसला
रिपोर्ट के अनुसार, अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे ज्यादा सीटें और सीएम पद पर नजर बनाए हुए है। दरअसल, जून में संपन्न लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 13 पर जीत हासिल की थी। वहीं, साथी दल शिवसेना (UBT) 21 पर चुनाव लड़ 9 सीटों पर विजयी रही। जबकि, 10 सीटों पर मैदान में उतरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) की 10 में से 8 सीटों पर जीत हुई थी। इनके अलावा सांगली से निर्दलीय सांसद विशाल प्रकाशबाबू पाटिल ने भी कांग्रेस को समर्थन दे दिया था।
अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि कांग्रेस के नेताओं को भरोसा था कि अगर वे रिजल्ट देने में कामयाब रहे, तो विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण में उनका पक्ष मजबूत रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘कांग्रेस का महाराष्ट्र में मजबूत जनाधार है। क्षेत्रीय नेताओं को अगर अच्छा भविष्य नजर आता है, तो वे रिजल्ट दे सकते हैं।’
कितनी सीटें चाहती है कांग्रेस
रिपोर्ट में MVA सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कांग्रेस 288 में से 110-115 सीटों की तैयारी कर रही है। पार्टी उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के लिए 90-95 और एनसीपी (SP) के लिए 80-85 सीटें छोड़ने के पक्ष में है। हालांकि, अब तक सीटों की संख्या पर अंतिम मुहर नहीं लगी है, लेकिन सूत्रों ने अखबार को बताया है कि पार्टी आलाकमान के 100 से कम सीटों पर मानने की संभावनाएं कम हैं।
संकेत दे रहे हैं नेता
कांग्रेस की तरफ से गठबंधन के साथियों को बताया जाता रहा है कि चुनाव से पहले सीएम फेस का ऐलान नहीं किया जाएगा, लेकिन राज्य के नेता किसी तरह ऐसे संकेत दे रहे हैं। दो सप्ताह पहले ही कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहब थोराट ने कहा था कि अगला सीएम कांग्रेस से होगा। वहीं, नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को कई नेताओं की तरफ से राज्य का अगला सीएम बताया गया।
उद्धव को लग सकता है झटका
अगस्त में ही उद्धव ठाकरे सीट शेयरिंग के लिए दिल्ली पहुंचे थे। कहा जा रहा है कि वह 100 सीटों के आसपास चाह रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, माना जाता है कि कांग्रेस महाराष्ट्र के हर दल की ताकत को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया, जिसके हिसाब से शिवसेना (UBT) को ज्यादा सीटें मिलने की संभावनाएं कम हैं।