बेंगलुरु
कर्नाटक में गणपति विसर्जन के दौरान हुए बवाल के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने मांग की है कि नागमंगला घटना की जांच एनआईए से करवाई जाए। राज्य के मांड्या जिले के नागमंगला में गणपति विसर्जन जुलूस पर पथराव के बाद क्षेत्र में दंगा भड़क गया था। गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए बीजेपी नेता ने सिद्धारमैया सरकार पर केवल हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि यह घटना भगवान गणेश के साथ-साथ हिंदुओं का भी अपमान है। उन्होंने यह भी कहा है कि यह कोई छोटी घटना नहीं थी।
शोभा करंदलाजे ने कहा, “जब भी कर्नाटक में सिद्धारमैया की सरकार होती है, हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई होती है। कल मांड्या में जो हुआ वह भगवान गणेश और हिंदुओं का अपमान है। सरकार कहती है कि यह एक छोटी घटना थी। अगर हिंदुओं की 25 दुकानों को जलाना आपको छोटी घटना लगती है तो फिर बड़ी घटना क्या होनी चाहिए थी?” उन्होंने कहा, “सिद्धारमैया हिंदुओं के खिलाफ हैं। वे सिर्फ अल्पसंख्यकों का तुष्टिकरण कर रहे हैं। मैं दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करती हूं। इस घटना में सिर्फ हिंदुओं को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना की जांच होनी चाहिए। एनआईए को इस घटना की जांच कर सच्चाई सामने लानी चाहिए।”
पुलिस ने बताया क्या है मामला
इससे पहले मांड्या के पुलिस अधिकारी मल्लिकार्जुन बालादंडी के मुताबिक यह घटना तब हुई जब गणपति विसर्जन के दौरान जुलूस उस जगह पर रुकी और लोग पांच से सात मिनट तक एक दरगाह के सामने नाचने लगे। इसके बाद दूसरे समूह के लोग आए और जुलूस को जाने के लिए कहा जिसके बाद दोनों गुटों के बीच कहासुनी हुई। पुलिस ने दोनों समूहों के बीच स्थिति को शांत करने की कोशिश की। इसके बाद गणपति जुलूस में शामिल लोगों ने नागमंगला थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्हें जुलूस जारी रखने की अनुमति नहीं दी गई। एसपी बालादंडी ने बताया कि पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की और उन्हें गणेश विसर्जन जुलूस जारी रखने की अनुमति भी दी।
अब तक 54 लोगों को गिरफ्तारी
बालादंडी ने आगे बताया कि इस दौरान दोनों पक्षों के कई लोग जमा हो गए और एक-दूसरे पर पत्थरबाजी की और पुलिस को फिर से हस्तक्षेप करना पड़ा। जब समूह वापस लौट रहे था तो कई दुकानों और बाइकों में आग लगा दी गई। मांड्या जिला कलेक्टर कुमार के मुताबिक अब तक इस घटना में 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आज स्कूल और कॉलेज बंद रखने के साथ ही जांच के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है। हमने पर्याप्त बल तैनात किया है और सभी सावधानियां बरत रहे हैं।”