श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 11 मछुआरों को किया गिरफ्तार, मत्स्य विभाग ने गिरफ्तारी की पुष्टि की

चेन्नई
श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 11 मछुआरों को गिरफ्तार किया है। तमिलनाडु मत्स्य विभाग ने शनिवार को उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की। तमिलनाडु मत्स्य विभाग ने एक बयान में कहा, “अधिकतर मछुआरे नागापट्टिनम जिले के अक्करापेट्टई के रहने वाले हैं। गिरफ्तार मछुआरे गुरुवार को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में गए थे। इसी दौरान उन्हें श्रीलंकाई नौसेना ने कोडियाकराई के दक्षिण पूर्व से गिरफ्तार कर लिया।”

उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर को भी जब्त कर लिया है। मत्स्य विभाग ने मछुआरों की पहचान नागराथिनम (23 वर्ष), आर. प्रकाश (35), के. सुंददिरा सुंदर (32), एस. आनंदवेल (32), आर. चंद्रू (23), वी. रमेश (47), अक्करापेट्टई के. संजय (23), के. शिवराज (45), एम. वर्धन (19), वी. सुमन (25) और एम. राजेंद्रन के रुप में की है। मत्स्य विभाग ने कहा, “अधिकतर मछुआरे अक्करापेट्टई, नंबियार नगर और पुथियाकल्लर क्षेत्रों से आते हैं।”

इस बीच, श्रीलंकाई नौसेना ने कहा कि मछुआरों ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पार कर श्रीलंकाई जलक्षेत्र में प्रवेश किया था। उन्हें श्रीलंकाई जलक्षेत्र में घुसने के बाद गिरफ्तार किया गया है। श्रीलंकाई नौसेना ने एक बयान में कहा, “हमने मछुआरों को गिरफ्तार किया है और मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर को जब्त कर लिया है। उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए कांकेसुंथराय नौसेना बंदरगाह लाया गया। यहां से उन्हें मैलाडी में अधिकारियों को सौंप दिया है।”

इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने 11 तमिल मछुआरों की गिरफ्तारी के मामले में हस्तक्षेप करने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है। बता दें कि श्रीलंका की नौसेना ने 2024 में अब तक तमिलनाडु के 333 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अवैध शिकार करने वाले 45 भारतीय ट्रॉलर भी जब्त किए गए हैं।

Share This News Social Media

More From Author

अमेरिका में बढ़ते मोटापे के स्तर पर एलन मस्क ने प्रतिक्रिया जाहिर की, ‘नई भूख निरोधक दवाओं’ से रोका जा सकता है मोटापा

नेपाल के तनहुन में हुए सड़क हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को केंद्र सरकार ने मुआवजा देने का किया ऐलान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *