दतिया । जिले के प्रसिद्ध ठा. श्री बिहारी जी मंदिर में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। इस दौरान पहले भगवान की विशेष पूजन की गई। भगवान काे खीर का भोग लगाने के बाद ठा. श्री बिहारी जी की महाआरती की गई जिसके उपरांत श्रद्धालुओं को खीर प्रसादी का वितरण किया गया। इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।शहर के प्राचीन ठाकुर श्री बिहारी जी मंदिर में शरद उत्सव मनाया गया। मंदिर के पुजारी पं. नमन गोस्वामी ने ने बताया कि हर साल में शरद पूर्णिमा के दिन भगवान गर्भगृह से बाहर निकलते हैं। मंदिर प्रांगण में भगवान श्री बिहारी जी श्रीजी संग चंद्रमा की रोशनी में विराजमान कराया गया भगवान को श्वेत रंग के वस्त्र धारण कराए एवं खीर का प्रसाद लगाकर भक्तों में वितरित किया गया श्रद्धालुओं का दर्शन का सिलसिला रात तक चलता रहा।
पं. गोस्वामी ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि में चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं साथ होता है। दूसरी मान्यता है कि धन की देवी महालक्ष्मी धरती पर आती हैं। उन्होंने बताया कि शरद पूर्णिमा पर खीर बनाने का विशेष महत्व है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात्रि को चंद्रमा अपनी 16 कलाओं के साथ परिपूर्ण होकर अमृत वर्षा करता है। यही वजह है कि शरद पूर्णिमा की चांदनी रात खीर रखने से उसमें अमृत मिल जाता है।