महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज की मूर्ति टूटकर गिरी, मचा सियासी बवाल, शिंदे सरकार का ‘प्रायश्चित’, पहले से ऊंची लगाने का टेंडर जारी

ठाणे
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरकर टूटने को लेकर सियासी बवाल के बाद अब राज्य सरकार ने नई प्रतिमा बनवाने का टेंडर जारी कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के कानकावली डिविजन ने टेंडर जारी किया है। वहीं राज्य सरकार ने मूर्ति प्रतिमा बनवाने के लिए 20 करोड़ रुपये आवंटित कर दिए हैं। बता दें कि छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा टूटने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भी माफी मांगी थी।

कांकावली में PWD के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर अजय कुमार ने बताया, अब हम बेहद सावधान रहेंगे। गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर नई प्रतिमा बनवाई जाएगी। पहले वाली प्रतिमा 33 फीट की थी। वहीं अब 60 फीट की प्रतिमा लगवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस कंपनी को भी टेंडर मिलेगा उसे कम से कम 100 साल की गारंटी देनी होगी। इसके अलावा कंपनी को 10 साल तक इसकी देखभाल भी करनी होगी। यह भी शर्त रखी गई है कि छह महीने में प्रतिमा का निर्माण कर दिया जाएगा।

बता दें कि इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर को किया था। वहीं 26 अगस्त को यह गिर गई। इसके बाद राज्य सरकार ने मूर्ति गिरकर टूटने की जांच के लिए दो कमेटी बनाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी थी।

कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पहले यहां छह फीट ऊंची मूर्ति बनाने की ही इजाजत दी गई थी। लेकिन बाद में उसे 33 फीट ऊंचा बना दिया गया। वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को खूब घेरा। विपक्ष एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग कर रहा था। इस मामले में पुलिस ने स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट और ठेकेदार चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया था। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पहले ही कह दिया था कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देवता हैं और इतिहास को उनके ऊपर गर्व है। ऐसे में उनका स्मारक दोबारा बनाया जाएगा और दोषियों को खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

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